Friday 27 January 2017

Deepak Agarwal | Rajasthan Film Festival 2016


dksbZ Hkh cM+k vk;kstu fdlh ds lg;ksx ds fcuk laHko ugha gS dqN lg;skxh gkFk pkfg;s ftlls fd ml dke dks [kwcjlwjr ds lkFk vatke rd igqapk;k tk ldsA jktLFkku fQYe QsLVhoy dk fiNys nks lky ls lg;ksxh cu ds [kM+k gS chdkth xqziA
     jktLFku fQYe QsLVhoy chdkth xzqi dk ân; dh xgjkbZ;ksa ls vkHkkj O;fDr djrk gS fd vkius jktLFkkuh dyk laLd`fr ,ao flusek dk lkFk fn;k gS ;g gekjs fy, vR;Ur xkSjo dh ckr gS vkids lg;ksx fcuk bl lekjksg dh dYiuk csekuh lh yxrh gSA
     vkids bl dk;Z ls gekjs gkSlyksa dks ijokt+ feysxh vkSj ge bl vk;kstu dks [kwclwjr ls vkSj vf/kd [kwclwjr cukus dk iz;kl djsaxsA

                 lkFk gh vkils ;s Hkh vk'kk j[krs gS fd vki Hkfo"; esa blh izdkj gekjs gedne cuds [kM+s jgsaxsA


Friday 6 January 2017

Press Conference RFF 2014

                
                                पहली बार हुई राजस्थानी सिनेमा की दशा एव दिशा पर विशेष परिचर्चा

दो दिवसीय राजस्थान फिल्म फेस्टिवल में १९ सितम्बर २०१४ को राजस्थानी सिनेमा की दिशा एव दिशा पर पहली बार एक विशेष परिचर्चा राखी गई। जिसमे कार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्थान धरोहर सरक्षण एव प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकार सिंह लाखावत ने की। इस मौके पर लाखावत ने राजस्थानी सिनेमा के विकास की चर्चा की और सिनेमा से जुडी समस्याओं को सरकार तक पहुचाने का आशवासन दिया।

इसके साथ अमरसिंह राठौर, नंदू जालानी, के. सी. मालू तथा सिनेमा से जुड़े कई निर्माता, निर्देशक टेक्निशियनों, कलाकारों और लेखकों ने अपने-अपने विचार प्रकट किया। सभी ने कहा की राजस्थानी सिनेमा को सही दिशा में लेन के लिए सभी को सामूहिक प्रयास करना होंगे। सिर्फ सरकार या अकेले सिनेमा के लोग कुछनही कर सकते। कार्यक्रम में इस बात पर भी खूब चर्चा हुई की हमारे राजस्थान बेहतरीन लोकेशन्स है और इनका इस्तेमाल बहार का लोग कर जाते है लेकिन lokashan में छूट नहीं होने के कारण राजस्थानी सिनेमा अयस्क उपयोग नई ले पा रहा है, ये चिन्ता का विषय है। इंक साथ-साथ राजस्थानी भाषा  को मान्यता दिलाने की बात पर भी विशेष चर्चा हुई।  


Monday 28 November 2016

Jury Members Of Rajasthan Film Festival


राजस्थान अपनी कला, संस्कृति, पहनावे, बोलचाल, रहन सहन, खानपान आदि के लिए विश्व्भर में प्रसिद्ध है और हमारी इस सांस्कृति विरासत के प्रचार-प्रचार के लिए सिनेमा सबसे बड़ा माध्यम है।
राजस्थान फिल्म फेस्टिवल भी विगत तीन सालों में हमारी सांस्कृति विरासत को सहेजने का कार्य कर रहा है यह अत्यन्त सराहनीय है लेकिन हमे भी हमारी सिनेमा को ऊपर उठाने के लिए भरसक प्रयास करने चाहिए। हमे उच्च गुणवत्ता, बहेतरीन संगीत, सामाजिक मुददों तथा हमारी कला एवं संस्कृति से जुड़ाव रखने वाली साफ सुथरी फिल्म का निर्माण कर हमारे सिनेमा को नई उचाईया प्रदान करनी चाहिए ताकि हमारा राजस्थानी सिनेमा विश्व पलट पर महक सके।
मैं विगत दो सालों से राजस्थान फिल्म फेस्टिवल के निर्णायक के रूप में भूमिका निभा रहा हूँ इसके लिए में राजस्थान फिल्म फेस्टिवल का आभार व्यक्त करता हूँ साथ ही स्मारिका " नई सोच नई दिशा " के लिए शुभकामनाए प्रेषित करता हूँ।



राजस्थान फिल्म फेस्टिवल का निर्णायक दल

इस निर्णायक दल ने राजस्थान फिल्म फेस्टिवल, २०१५ में निर्णायक के रूप में अहम भूमिका निभाई इसलिए राजस्थान फिल्म फेस्टिवल पं. विशवमोहन भट्ट, फिल्म निर्देशक विक्की राणावत और वरिष्ठ सिनेमेटोग्राफर एस. पप्पू का आभार व्यक्त करता है। 

Wednesday 19 October 2016

RFF in Blockbuster Magazine

ब्लॉकबस्टर पत्रिका में सम्पादित राजस्थान फिल्म फेस्टिवल २०१४ अवार्ड सेरेमनी की झलकियों में इम्प्पा अध्यक्ष टी.पी. अग्रवाल डीप प्रोज्वलित करते हुए |





Tuesday 18 October 2016

Rajasthan Film Festival 2014 Clips

फिल्म प्रमोशन पत्रिका में सम्पादित राजस्थान फिल्म फेस्टिवल २०१४ अवार्ड सेरेमनी की झलकियों में तिमप्पा अध्यक्ष टी.पी. अग्रवाल और फिल्म जानकारी संपादक कोमल नाहटा 20 सितम्बर को जयपुर में राजस्थान फिल्म समारोह पुरस्कार नाईट पर एक दूसरे को गले लगाओ।